आदाब तबस्सुम A Love story 6

दोस्तो अभी तक इस स्टोरी के पांच भाग आ चुके है अगर आपने अभी तक पिछले भाग नही पढ़े तो पहले उन्हें जरूर पढ़े वरना फिर कहानी पढ़ने में मजा नही आयेगा, इसी के साथ मैं इस कहानी का छठा भाग आपके सामने पेश करता हूं। 

 
पार्ट👉 < 1 2 3 4 5 
थोड़ी देर बाद सदफ नर्स के साथ वार्ड में आता है। 
इंजेक्शन लाइए सिस्टर और राधिका की पट्टी भी खोलिए। 
सदफ राधिका को दो इंजेक्शन लगाता है और पट्टी चेंज करता है। राधिका जग जाती है। 
हम आपको घर पर फोन कर दे सदफ राधिका से पूछता है। 
हां कर दीजिए और कह दीजिए ज्यादा परेशान न हो हम कल शाम तक घर आ जायेंगे।फोन हमारी पर्स में है। 
ठीक है आप आराम करिए सिस्टर इनका टेंप्रेचर ले लीजिए, इतना कह कर सदफ तबस्सुम के बेड के पास आता है। 
अपना हाथ दीजिए…
हम हाथ नही देंगे। 
देखिए  इंजेक्शन लगाने से आप जल्दी ठीक हो जाएंगी। 
सदफ हमें इंजेक्शन से डर लगता है। 
हमें मालूम है। 
तो हम कैसे लगवाए। 
अभी बताते हैं, सिस्टर… सदफ नर्स को आवाज लगाता है।
सदफ हमारे साथ जबर्दस्ती मत करिए।
सिस्टर इनका हाथ मजबूती से पकड़िए…
नर्स तबस्सुम का हाथ मजबूती के साथ पकड़ती है और सदफ इंजेक्शन लगा देता है।

तबस्सुम रोना सुरु कर देती है।

चुप हो जा, अभी तू बच्ची है क्या अम्मी डांट लगाते हुए कहती है। 
तबस्सुम सदफ को घूरते घूरते चुप हो जाती है। 
सदफ अपनी हसीं को रोकता है फिर भी हस पड़ता है। 
अब्बू और हुसैन घर चले जाते है, अम्मी तबस्सुम की देखभाल के लिए रुक जाती है।
सदफ उन्हें एक अलग कमरे में ले जाता है ताकि वो  आराम से सो सके। 
मैं तो यहां सो जाऊंगी लेकिन वहां तबस्सुम की देखभाल कौन करेगा?
आप फिक्र मत करिए हम तो उन्ही के पास रहेंगे और फिर राधिका भी तो है, आप आराम से सो जाइए। 

पूरी रात सदफ राधिका के ट्रीटमेंट में ही बिता रहा है…. कभी टेंप्रेचर लेता है, कभी बोतल चेंज करता है, तो कभी मेडिसिन देता है। 
लगता है आप इन्हे कल तक ठीक करके ही मानेंगे, राधिका के बेड के पास आकर खड़ी हुई ज्योति कहती है।
जी लगता तो ऐसा ही है। 
वैसे आपने  बताया नहीं कि दूसरा केश कैसे चैलेंजिंग है तबस्सुम की और देखते हुए ज्योति पूछती है।
Actually she is my neighbour.
तो वो आपकी पड़ोसी है तभी केश चैलेंजिंग है? 
No but she is my friend. 
यानी आपकी दोस्त है तभी ये मैटर चैलेंजिंग है। 
नही यार …….
तो फिर किस लिए चैलेंजिंग है।
आप अभी तक सोई नही है जाकर सो लीजिए। 
सोएंगे कैसे ? काउंटर पर आपकी खटर पटर सोने दे तब न ।
ठीक है आप जाइए अब हम काउंटर पर नही जायेंगे।
 लेकिन बता तो  दीजिए वो आपके लिए चैलेंजिंग कैसे है। 
आप तो एक ही बात के पीछे पड़ गई है।
ठीक है मत बताइए, थोड़ी देर चुप रहकर ज्योति बोली अच्छा इतना तो बता दीजिए कितने साल की है वो ?
जी उन्नीसवां साल सुरु हुआ है, क्यों?
बस ऐसे ही, और आप इक्कीस के,मतलब आपसे दो साल छोटी हैं?
कैल्कुलेट कर लीजिए । सदफ बोला।
वैसे बताएं आपको  बहुत खूबसूरत है ये….
क्या नाम है इनका? 
तबस्सुम, सदफ बताता है। 
हां, बहुत खूबसूरत है आपकी……… तबस्सुम,इतना कहकर ज्योति हंसते हुए  बाहर जाने लगती है। फिर पलट के बोलती है , हम जान गए क्यों चैलेंजिंग है आपके लिए।
सदफ मुस्कुरा के रह जाता है। 
सदफ सुबह घर चला जाता है क्योंकि उसके डैड आए हुए थे, फिर दोपहर को हॉस्पिटल आता है और राधिका को डिस्चार्ज कराकर उसको उसकी फैमिली के साथ भेज देता है। 
आपके एक हाथ में हल्की चोट रह गई है, वो आपकी हल्दी रस्म से पहले ठीक हो जाएगी, बस आप समय पर दवाई लीजिएगा, सदफ राधिका से कहता है ।
क्या बात है, कहीं जा रहे है, वैसे जहां भी जाया जाता है उदास होकर नही जाया जाता राधिका बोलती है।
नही हम उदास नहीं है।
हमारी शादी में आएंगे न? 
Sorry हम नही आ पाएंगे, इतना कहकर सदफ आंखो की नमी छुपाता हुआ हॉस्पिटल के बाहर आ जाता है। 
राधिका भी हॉस्पिटल के बाहर आती है पर उसे सदफ दिखाई नहीं देता है।
अब सबकुछ ठीक हो गया, तबस्सुम डिस्चार्ज होकर घर आ गई पर उसके चेहरे की मासूमियत गायब हो गई थी, क्योंकि वह तीन दिन हॉस्पिटल में रही लेकिन सदफ उसे नही दिखा।
मिलते है अगले ब्लॉग में इस सवाल का जवाब खोजते हुए की सदफ और तबस्सुम का इश्क मुकम्मल होगा की नहीं?  सदफ के जाने से क्या बदलाव आएगा उसकी जिंदगी में ? मासूमियत और बेवकूफी के उरोज से शुरू हुआ इश्क  समझदारी और माजरत के ढलान से होता हुआ क्या एक मजबूत रिश्ते की मंजिल तक पहुंच पाएगा ? 

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