परिवर्तन ( Change)

                   परिवर्तन


लिख जा अपना नाम काल के कपाल पर…… 

रेत पर बने पैरों के निशानों को कोई नहीं पूछता!!



आप सोच रहे होंगे की अरे आज ये कैसी बदली – बदली बातें करने जा रहा हैं ? पर इसमें मैं क्या करूं मैं तो बस प्रकृति के नियमों का पालन कर रहा हूँ,

परिवर्तन ! यहीं है न प्रकृति का नियम !

मैं बात करने जा रहा हूँ परिवर्तन के विषय पर वही परिवर्तन जिसे “प्रकृति के सुकुमार कवि” सुमित्रानंदन पंत जी ने” सहस्त्रों फनों का नाग” कहा था।



परिवर्तन अच्छा है या नहीं इस पर तो काफी समय से बहस चली आ रही है , हम एक तरफा होकर नहीं कह सकते कि परिवर्तन अच्छा ही है या खराब ही है ,हो सकता है कि हमारे लिए अच्छा हो तो आने

वाली पीढ़ी के लिए नहीं , या हमारे लिए ठीक न हो पर आने वाली पीढ़ी के लिए अच्छा हो! क्योंकि यही तो परिवर्तन है।



मेरा तो मानना है कि परिवर्तन एक धीमी गति से होने वाली ऐसी प्राकृतिक प्रक्रिया है , जो समय को ही नहीं बल्कि मनुष्य के बाह्य व अन्तः स्वरूप के साथ- साथ प्रकृति में उपस्थित हर चीज जैसे -पशु-पछीं,पेड़ पौधों से लेकर हर निर्जीव सजीव चीज ,जो इस पृथ्वी पर कहीं भी मौजूद है ,में अस्थिरता लाने वाली एक शक्ति है परिवर्तन।

जिस तरह सजीव चीजें जन्म लेती हैं, बढ़ती है फिर मर जाती हैं उसी तरह निर्जीव चीजें बनतीं हैं पुरानी पड़ती है और फिर स्वाहा हो जातीहै ।



” दुनिया में एक चीज कभी नहीं परिवर्तित होती और वह है परिवर्तन।” हेराक्लीटस 

 

परिवर्तन उतना ही जरुरी है प्रकृति के लिए जितना हमारे लिए सांस लेना । अगर परिवर्तन ना हो तो बच्चे कभी जन्म न लें,बालक कभी जवान न हो, जवान

कभी बूढा न हो और बुढ़े कभी मरे नही।

सोचिए तो बिना बदलाव के जिन्दगी कितनी स्थिर हो जाएगी, अरुचिकर?


 अगर 2021 चल रहा है तो

चलता ही जा रहा है, बारिश हो रही है तो होती ही जा रही है, कोई दौड़ रहा है तो दौड़ता ही जा रहा है।


हे भगवान! कितनी खराब व डरावनी कल्पना है। अब जब हम जानते ही है कि परिवर्तन एक अहमप्रक्रिया है तो हमें इस पर ज्यादा चिंता करने की कोई

जरूरत नहीं है। हम यह भी जानते हैं कि परिवर्तन अच्छा और बुरा दोनों तरह का होता है और परिवर्तनअजर अमर है तो इस पर ज्यादा सोच विचार कर अपना समय नहीं बर्बाद करना चाहिए।




हमें दोनों तरह के परिवर्तनो को समझते हुऐ व स्वीकृत करते हुए जिन्दगी को आगे बढ़ाना चाहिए । जलवायु परिवर्तन जिस प्रकार एक हानिकारक व

बुरा बदलाव है उसी तरह ओजोन परत के आस्ट्रेलिया देश जितने बड़े छिद्र का कम होने लगना एक स्वस्थ्य व अच्छा बदलाव भी तो है।


ये बात बिल्कुल सत्य है कि परिवर्तन एक कठोर व गतिशील प्रक्रिया है उसी तरह यह भी तो सत्य है कि हम मनुष्य भी कुछ कम ज़िद्दी नहीं हैं , जिजीविषा हम मनुष्यों मे तब तक रहेगी जब तक कि शायद ये परिवर्तन रहे।



जो व्यक्ति परिवर्तन की उँगली थामकर नही चल पाता वह बाकी दुनिया से पीछे रह जाता है और बदलाव के रथ पर सवार लोगों द्ववारा कुचल दिया जाता है। 


प्रसिद्ध पर्यावरणविद् व वैज्ञानिक लैमार्क व डार्विन ने “प्रकृति द्ववारा श्रेष्ठ का अनुकूलन “ तो सैकड़ो वर्ष पहले ही बता दिया था। आज के समय में वक्त के साथ चलना ही सर्वश्रेष्ठ समझदारी की बात है।



तो मेरे समझदार दोस्तों वक्त के साँचे में ढलते रहिए,आइए मेरे साथ कदम से कदम मिला कर चलते रहिए।  



अब मिलते हैं अगले ब्लॉग में तब तक आप अपना खयाल रखे और अपनो का भी।


                  Change


 Write your name on Kaal’s skull……

 No one asks about the footprints on the sand!!



 You must be thinking that hey, how are these changed things going to happen today? But what should I do in this, I am just following the laws of nature,

 Change ! Here is not the law of nature!



 I am going to talk about the same change on the subject of change, which “Sumitranandan Pant ji, the sweet poet of nature” had called “the serpent of a thousand hoods”.



 There is a debate going on for a long time on whether change is good or not, we cannot say one sided whether change is good or bad, it may be good for us to come.

 Not good for the next generation, or good for us, but good for the next generation! Because this is the change.




 I believe that change is such a slow natural process that changes not only the time but also the external and internal nature of man as well as everything present in nature like animals, birds, trees, plants to every non-living thing. Change is a force to destabilize living things that exist anywhere on this earth.




 Just as living things are born, grow then die, in the same way inanimate things are formed, they become old and then they die.

 “One thing in the world never changes and that is change.” –                                         Heraclitus

 

 Change is as important for nature as it is for us to breathe. If there is no change, then the child will never be born, the child will never be young, the young

 Never grow old and old people never die.

 Imagine how stable life would be without change, uninteresting?


  If 2021 is going on

 It is going on, it is raining and it is happening, if someone is running then he is running.


 Hey, God! What a bad and scary idea. Now that we know that change is an important process, we don’t need to worry too much about it.

 is not needed. We also know that change is both good and bad and change is immortal, so don’t waste your time thinking too much on it.



 We should move forward in life by understanding and accepting both the changes. As climate change is a harmful and

 There is a bad change, in the same way, the reduction of the ozone layer as large as the country of Australia is also a healthy and good change.


 It is absolutely true that change is a rigid and dynamic process, in the same way it is also true that we humans are also no less stubborn, life will remain in us humans as long as this change is possible.


 The person who is unable to hold on to the finger of change is left behind by the rest of the world and crushed by the people riding the chariot of change.

Renowned environmentalist and scientist Lamarck And Darwin had told “the adaptation of the best by nature” hundreds of years ago. In today’s time, it is best to keep up with the times.

 So my wise friends, keep adapting to the mold of time, let’s keep walking with me step by step.




 Now see you in the next blog till then take care of yourself and yours too.

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0 thoughts on “परिवर्तन ( Change)”

  1. बेहद ही खूबसूरत लिखा है आपने मैंने आपके लगभग सभी ब्लॉग को पढ़ा है, इन सब में मुझे कुछ न कुछ जरूर सीखने को मिला है आपकी सीरीज world's best lover Rahul and anju is very fantastic hai और बारिश में मिला अजनबी दोस्त भी बहुत अच्छी है, मुझे तो सबसे अच्छी "क्या देश को सिर्फ बहुत पढ़े लिखे लोगो की जरूरत हैं"बहुत अच्छी लगी

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