A Wild heart part-50 (summary)

 हैलो दोस्तों कैसे हैं आप लोग ? सर्दी जा चुकी है गर्मी आ गयी है ऐसे में अपना ध्यान तो रख रहें हैं न ? अगर रख रहें हैं तो अच्छी बात है और अगर नहीं रख पा रहें हैं तो कोई वेद या नंदिनी तलाश लीजिये जो आपको संभाले और आपका ध्यान रखे। अगर आपको लग रहा है कि नहीं भाई मेरे लिए मैं ही ठीक हूँ या अपना ध्यान खुद रख सकता/सकती हूँ तो बस एक बात बोलूंगा बाइक की चाभी , अपने कपड़े ,अपना फोन और वालेट तो आप लोग सही से रख नहीं पाते है तो अपना ध्यान कैसे रख पाएंगे? इसीलिए आप से कह रहा हूँ की आप की लाइफ में वेद जैसा कोई लड़का या तनु , नंदिनी जैसी कोई लड़की हो तो उसे खुद को सौंप दीजिये अच्छे से ख्याल तो रखा जायेगा आपका। खैर चलिए पर्सनल बातें हो चुकी अब कहानी की बात करते है। जैसा कि आप पहले पार्ट से ही कहानी पढ़ते आ रहें हैं और आखिरी भाग तक पढ़ा भी है लेकिन कहानी थोड़ा लम्बी होने की वजह से कुछ-कुछ चीजें आप भूल चुके होंगे इसीलिए इस पार्ट में मैं आपको A Wild heart का सार बताऊंगा।   

कहानी शुरु होती है एक यंग बिजनेस विमेन नंदिनी सिंघानिया से जोकि देश की नामी कंपनी की ऑनर और सीईओ है । उन्होंने वाइटमून ग्रुप से अलग खुद की कम्पनी सनराइज इंडस्ट्री बनाई थी। 24 साल की उम्र में उनके पास वो सब कुछ था जो एक लड़की सोचा करती है। लेकिन था नहीं तो बस प्यार…. 21 की उम्र में शादी और 23 से तलाक ले लिया था अपने पति अभिनव से और उसकी दी एलिमनी भी नहीं ली थी। अभिनव के लिए ये बेइज्जती जैसा था इसीलिए वो हर वक्त नंदिनी से बदला लेने की सोचता रहता है । लेकिन नंदिनी इन सब से बेफिक्र अपने काम पर ही फोकस रखती है कंपनी के हित को देखते हुए वो अपने CFO मिस्टर शुक्ला जो कि ठीक से काम नही कर रहे थें , उनको हटाकर नया CFO मिस्टर वेद को बना देती है जोकि अमेरिका की बहुत प्रसिद्ध कंपनी से काम करके लौंटे है 7 साल का अनुभव है उनके पास। मिस्टर शुक्ला इस बात पर बहुत नाराज हो जातें है और अभिनव इस मौके का फायदा उठाता है और उनको भड़का कर नंदिनी के खिलाफ बोलने को कहता है । जिस दिन वो लोग मीडिया में नंदिनी के खिलाफ बोलने वाले थें उसी दिन नंदिनी ने मिस्टर शुक्ला पर हमला करवा दिया। उसके बाद नंदिनी सीधा वहाँ पहुंची जहाँ अभिनव ने मीडिया बुलाई थी। प्रेस में नंदिनी ने अभिनव को एक क्लिप दिखाई जिसमें वो अपने बॉस की बेटी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में था, इसके बाद अभिनव डर गया और मीडिया में कुछ नहीं बोला। नंदिनी ने मिस्टर शुक्ला के इलाज का खर्चा और शादी का खर्चा खुद दिया वो चाहती तो शुक्ला जी को मरवा देती लेकिन उसने ऐसा नहीं किया क्योंकि शुक्ला जी एक बेटी के बाप हैं और कोई बेटी अपने पापा के बिना नहीं रह पाती ये वो जानती है क्योकि उसके खुद के पिता इस दुनिया में नहीं रहें हैं बड़ा भाई समीर भी है उसका तो वो अमेरिका में । इस घटना के बाद नंदिनी थोड़ा ज्यादा शक्की हो जाती है इतना कि वेद को छुट्टी तक नहीं देती क्योंकि उसे लगता है कि वो किसी दूसरी कम्पनी में चला जायेगा। वेद के होने से कई सही निर्णय हुए हैं कम्पनी में, कम्पनी की ब्रांड वैल्यू बढ़ती ही जा रही है ऐसे में जब वेद ने लीव मांगी तो उसने साफ मना कर दिया। फिर भी वेद अमेरिका चला गया जब नंदिनी को पता चला की वेद ने अपनी बहन की शादी के लिए छुट्टी मांगी थी तो उसे बड़ा अफसोस हुआ। वेद जब लौटा तो नंदिनी उसे कॉफी पर ले गयी क्योकि sorry बोल पाना उसके बस की बात नहीं हैं और थैंक्स बोल पाना भी । वहीं बातों बातों में नंदिनी को पता चलता है की वेद यहाँ अपनी स्कूल क्रश के चक्कर में आया है उसकी मदद करने तो नंदिनी उसके प्यार को लकी बोलती है, की खुसनसीब लड़की होगी वो जिसे तुम मिलोगे ।

               

 वेद और नंदिनी का थिंकिंग लेवल अलग होने से दोनों में दोनो में बहस हो जाया करती है अक्सर। नंदिनी को लगता है की वेद हावी हो रहा है उस पर इसीलिए वो उससे ज्यादा राय नहीं लेती। उसकी बिना मर्जी के चुपचाप ही वो कात्यायन ब्रदर्स के साथ डील कर लेती है । कात्यायन ब्रदर्स पर आसानी से कोई भरोसा नहीं करता क्योकि वो लोगों को धोखा देने के लिए जाने जातें हैं इसीलिए वेद और नंदिनी की सिक्रेटरी तनु ने मना भी किया लेकिन नंदिनी अपने सिवा किसी की सुनती कहाँ हैं । हालाँकि नंदिनी को इस बात का पछतावा तब होता है जब उसे पता चलता है कि कात्यायन ब्रदर्स के साथ मिलकर अभिनव ने उसके साथ खेल खेला है। गुस्से में उफनाती नदी की तरह नंदिनी अभिनव से मिलने निकल पड़ती है और तनु उसके पीछे-पीछे भागती है। वहाँ पहुँच कर देखती है कि कात्यायन ब्रदर्स अरुण और तरुण के साथ अभिनव नशे में धुत बैठा है । दोनो में बहस होने लगती है नंदिनी गुस्से में उसके सर पर शराब का ग्लास तोड़ देती है जिससे झल्लाया अभिनव नंदिनी के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश करता है , जब नहीं जीत पता तो तनु को गन पॉइंट पर ले लेता है और नंदिनी को ऊपर के कमरे में खींच ले जाता है । तनु बहुत रोकने की कोशिश करती है अभिनव को लेकिन कुछ नही कर पाती बल्कि खुद ही बुरी तरह फंस जाती है। तरुण का छोटा भाई अरुण उसके साथ बत्तमीजी करने लगता है उसके शरीर पर इधर-उधर हाथ लगाता है लेकिन वो पत्थर की तरह बैठी रहती है । किसी तरह करके नंदिनी तनु को लेकर वहाँ से भाग निकलती है। लेकिन इसके बाद से काफी डर जाती है वो और कॉर्पोरेट इंडस्ट्री छोड़ने का मन बना लेती है। वेद और समीर मिलकर उसे समझाते हैं लेकिन फिर भी वो कमबैक के लिए तैयार नहीं होती। अमेरिका की टॉप कंपनी क्लिंटास से उसकी कंपनी के साथ डील करने का मौका भी मिलता है लेकिन वो मना कर देती है। इस बात से परेशान हो वेद नंदिनी से बहस कर बैठता है और नंदिनी गुस्से में उसके चेहरे पर फ़्लास्क फेंक कर मार देती है और वेद वहीं गिर जाता है उसके चेहरे से खून का फव्वारा फूट पड़ता है । इसके बाद नंदिनी को अपनी गलती का अहसास होता है और वो बदला लेने की सोचती है। जिस हॉस्पिटल में वेद एडमिट था उसी में नंदिनी ने कात्यायन ब्रदर्स के बेड भी बुक कर दिये। उसने दोनों की कार का एक्सीडेंट कर दोनो को मौत के मुँह में धकेल दिया था। तरुण की मौत हो गयी और अरुण की यादाश्त चली गयी। अभिनव ने सारे आरोप नंदिनी पर लगाए और निष्पक्ष जाँच की मांग की लेकिन नंदिनी ने ऐसा दांव खेला की अभिनव चारों खाने चित हो गया और सारा इल्जाम खुद पर ले लिया। दरअसल नंदिनी के पास अभिनव का वो सेक्स टेप आज भी था अगर नंदिनी उसे लीक कर देती तो अभिनव का बॉस और उनके होने वाले रिश्तेदार उसे जान से मार देतें। मरता क्या न करता अभिनव इस अश्वासन पर जेल चला गया कि उसे ज्यादा दिन जेल में नहीं रहना पड़ेगा । अब बचा अरुण जोकि अपनी यादाश्त जाने के बाद से ही तनु के साथ रहता था। शुरु में तनु उससे डरती थी लेकिन फिर उससे हमदर्दी सी हो गयी थी उसे ।

 अभिनव के जेल जाने से नंदिनी की जिंदगी में खुशियों ने दस्तक दे दी थी। वेद ने बड़ी चालाकी से नंदिनी और समीर को आमने-सामने बिठाया ताकि दोनो की गशलतफहमी दूर हो जाएँ। जब नंदिनी को अपने भाई के एक बच्चे की मौत और दूसरे की बीमारी का पता चला तो वो पिघल गयी और समीर को उसकी फैमिली के साथ ही वापस इंडिया बुला लिया क्योकि यहाँ उसने एक बड़े डॉक्टर से आदित्य के बारे में बात कर ली थी। इधर अरुण भी ठीक हो रहा था और उसे अपनी गलती का अहसास भी हो गया था इसीलिए वो तनु से माफी मांग अपनी कम्पनी व अन्य प्रॉपर्टी उसके नाम कर कहीं भाग जाना चाहता था लेकिन नंदिनी ने ऐसा नहीं होने दिया। दोनो की मुलाक़ात करवाई तनु ने उसे खूब सुनाया और उसने सर झुका कर सब सुना फिर तनु उसके गले लग कर रोने लगी और मान लिया कि वो भी प्यार करने लगी है अब उसे ।

वेद ने नंदिनी की जिंदगी में खुशियाँ देखी तो उसे लगा सही वक्त आ गया है अपनी दिल की बात कहने का। उसने नंदिनी को बोल दिया की उसकी स्कूल क्रश कोई और नहीं बल्कि वही है , हां नंदिनी ही वो लड़की है जिससे वो बहुत प्यार करता है जिसके लिए वो अमेरिका से यहाँ आया है । लेकिन नंदिनी को लगा कि वेद अपने प्यार का इजहार नहीं बल्कि अपने अहसानों का हिसाब मांग रहा है , उसे मजबूर समझ रहा है झूठ बोल रहा है उससे । इसीलिए नंदिनी भड़क गयी और उसे अपनी जिंदगी से हमेशा के लिए निकल जाने को कह दिया। वेद ने इस्तीफा दे दिया और अमेरिका जाने की तैयारी करने लगा । जब ये बात तनु को पता चली तो वो गुस्से से भर उठी और नंदिनी को सारी हकीकत बताने चली आयी। नंदिनी को विश्वास ही नहीं हुआ कि तनु उसकी सेक्रेटरी नहीं बल्कि वेद की दोस्त है उसके कहने पर ही वो नंदिनी के लिए इंडिया आयी थी। और वेद भी वेद नहीं बल्कि वेदांत है क्लिंटास कम्पनी का वारिस उसका बॉस। जिससे मिलने के लिए नंदिनी दिन रात एक कर रही थी वो उसी के पास था उसे पता तक नहीं चला। तनु उसे एक एक बात बताती जा रही थी और वो रोती जा रही थी। उसे सब पता चल गया की वेद झूठ नहीं बोल रहा था वो वाकई में उसे बचपन से प्यार करता आया है । नंदिनी खुद को बहुत कोस रही थी रह रह कर वेद की याद उसे पागल करें दे रही थी। समीर अरुण और तनु वेद को ढूंढने गएँ है लेकिन शाम तक वो तीनों नहीं आएं तो खराब मौसम में भी नंदिनी वेद को ढूंढने निकल ली क्योंकि अगर वो आज उससे नहीं मिल पायी तो कभी नहीं मिल पायेगी क्योंकि आज वेद हमेशा के लिए अमेरिका जा रहा है । रास्ते में उसे पता चला की वेद की फ्लाइट जा चुकी है तो वो सडक पर ही बिलख-बिलख के रोने लगी। तभी उसे लगा कोई उसके सर के पास छाता लेकर खड़ा है उसने देखा तो वो वेद था ।

अगले दिन नंदिनी से मिलकर वेद अमेरिका चला गया अपनी कम्पनी संभालने। रोज तो नहीं हफ्ते में 2-3 बार बात होती है दोनो की , जल्द ही सगाई करने वाले है दोनो। तनु और अरुण मिलकर अपनी कंपनी संभालते है और समीर वेद और तनु की जगह नंदिनी की कम्पनी में आ गया है । जेल से आने के बाद अभिनव गायब हो गया था क्योंकि नंदिनी ने वो सेक्स टेप लीक कर दिया था । उसी के बाद खबर चली की अभिनव ने आत्महत्या कर ली लेकिन कुछ लोग मानते है वो दूसरी पहचान से किसी दूसरी जगह पर रहने चला गया है क्योकि नंदिनी ने यहाँ उसका जीना मुश्किल कर दिया था ।

तो दोस्तों ये था A Wild Heart की कहानी का पूरा सारांश। उम्मीद करता हूँ इस कहानी को आप लोगों ने जरूर पसंद किया होगा ये कहानी आपको प्यार करने की सीख दे गयी होगी कुछ मोरल लेसन भी आप लोगों ने सिखा होगा । इस पूरी कहानी में साथ बने रहने के लिए धन्यवाद ऐसी ही प्यार भरी कहानियों के लिए हमारी वेबसाइट पर आपका स्वागत है। मिलते है अगली कहानी में तब तक अपना ध्यान रखें, खुश रहें और प्यार करते रहें।

Thanks for Reading 😊😊

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8 thoughts on “A Wild heart part-50 (summary)”

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